देवघर जिले के सारठ विधानसभा क्षेत्र से विक्की भाईके नाम से लोकप्रिय पवन कुमार ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM ) की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. उनका यह कदम पार्टी में सक्रिय कार्यकर्ताओं की लगातार उपेक्षा और संगठन में उनकी अनदेखी के चलते आया. पवन कुमार ने आरोप लगाया कि उन्होंने 2025 विधानसभा और दुमका लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए निष्ठा से मेहनत की, बावजूद इसके वरिष्ठ नेताओं ने उनकी और अन्य कार्यकर्ताओं की अहमियत नहीं समझी.

इस्तीफा देने के तुरंत बाद, 4 अक्टूबर 2025 को पवन कुमार ने झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) का दामन थाम लिया. JLKM ने उन्हें जिला उपाध्यक्ष का पद देकर संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी. पवन कुमार ने अपनी नई पारी पर उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि वे JLKM की नीति और सिद्धांतों के अनुरूप कार्य करेंगे और सारठ विधानसभा सहित पूरे क्षेत्र में जनता की सेवा जारी रखेंगे.

राजनीतिक विशेषज्ञ इसे देवघर जिले में JMM  के लिए बड़ा झटका मान रहे हैं. पवन कुमार की नई पारी स्थानीय राजनीति में हलचल पैदा कर सकती है और आने वाले चुनावों में क्षेत्रीय राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती है. उनके समर्थकों का कहना है कि यह कदम युवाओं और सक्रिय कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत बन सकता है.