साहेबगंज: शादी के 3 साल बाद आईवीएफ प्रणाली से जुड़वां बच्चों के जन्म की खुशी कुछ ही घंटों में मातम में बदल गई. सूर्या स्पेशलिटी हॉस्पिटल, साहेबगंज में 30 वर्षीय रिंकू यादव की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया.

तालबन्ना मोहल्ला निवासी रिंकू की शादी तीन साल पहले ललन यादव से हुई थी. बच्चा नहीं होने पर दंपति करीब एक वर्ष से आईवीएफ इलाज करा रहे थे. मंगलवार को रिंकू ने सीजर से एक बेटा और बेटी को जन्म दिया. परिजन बताते हैं कि बुधवार दोपहर तक सब सामान्य था, लेकिन अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और मौत हो गई.

परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर खुशबू प्रिया ने देर से जांच की और मौत की जानकारी भी काफी देर बाद दी गई. गुस्साए लोगों ने अस्पताल में बवाल काटा, जिसे शांत कराने के लिए एसडीओ अमर जॉन आइंद, एसडीपीओ किशोर तिर्की, थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता और जिला परिषद उपाध्यक्ष सुनील यादव को हस्तक्षेप करना पड़ा.

अस्पताल निदेशक डॉ. विजय कुमार ने कहा कि रिंकू की हालत नाजुक थी और काफी प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका. प्रबंधन ने शोक जताते हुए मृतका के परिजनों का बकाया खर्च माफ करने और बच्चों के इलाज का पूरा खर्च उठाने का निर्णय लिया है.