गिरिडीह: माओवादी दंपती का आत्मसमर्पण, मुख्यधारा से जुड़ने का लिया संकल्प
गिरिडीह में भाकपा
(माओवादी) संगठन से जुड़े शिवलाल हेम्ब्रम उर्फ शिवा और उनकी पत्नी सरिता हांसदा
उर्फ उर्मिला ने झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति “नई दिशा – एक नई पहल” के तहत पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया.
दोनों ने पुलिस अधीक्षक, उपायुक्त-सह-जिला
दंडाधिकारी, अपर
पुलिस अधीक्षक और सीआरपीएफ 154 बटालियन
कमांडेंट की उपस्थिति में स्वेच्छा से आत्मसमर्पण किया. शिवलाल
हेम्ब्रम 2017 से
माओवादी संगठन में सक्रिय थे और विस्फोटक, हथियार छिपाने, लेवी
वसूली और पुलिस पर हमलों जैसी गतिविधियों में शामिल रहे. उनकी पत्नी सरिता हांसदा 2020
में संगठन में शामिल हुई थीं. वर्ष 2024
में दोनों का विवाह हुआ. संगठन में शोषण
और पुलिस कार्रवाई से भयभीत होकर दोनों ने मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया. आत्मसमर्पण के बाद दोनों को राज्य सरकार
की पुनर्वास नीति के तहत लाभ प्रदान किया जाएगा. शिवलाल के विरुद्ध गिरिडीह,
डुमरी, खुखरा, मधुबन, चतरोचट्टी और जगेश्वर विहार में 11
मामले दर्ज हैं. सरिता हांसदा पर भी कई
नक्सली मामलों की प्राथमिकी है. पुलिस अधीक्षक ने इसे संगठन के लिए बड़ा झटका और
नक्सल उन्मूलन में महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया.