दुमका जिला के रानेश्वर प्रखंड में दवा के नाम पर नशीली कफ सिरप की खुलेआम बिक्री जारी है और स्थानीय प्रशासन इससे पूरी तरह बेखबर दिखाई दे रहा है। इलाके में जगह-जगह कचरे के ढेर और सुनसान स्थलों पर नशीली कफ सिरप की खाली बोतलें मिल रही हैं, जो इसकी लगातार हो रही खपत का सबूत है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रखंड के कुछ मेडिकल स्टोर्स में बिना किसी डॉक्टरी पर्ची के ही वनरेक्स (WONREX) नामक कफ सिरप आसानी से उपलब्ध हो जाता है। यह सिरप सामान्यतः सर्दी जुकाम में उपयोग होता है लेकिन आजकल युवक इसे नशे के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।

सबसे चिंताजनक बात यह है कि बंगाल बॉर्डर से युवा झारखंड में प्रवेश कर कफ सिरप खरीद रहे हैं जिससे यह अवैध कारोबार और भी बढ़ रहा है। कई राज्यों में इस पर कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है लेकिन झारखंड में अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

स्थानीय समाजसेवी और ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो क्षेत्र के युवा तेजी से नशे की गिरफ्त में आ जाएंगे। उन्होंने प्रशासन से तुरंत सख्त कार्रवाई की मांग की है।