लातेहार जिले के बालूमाथ वन क्षेत्र के गणेशपुर पंचायत अंतर्गत बघौटा जंगल में जंगली हाथी के नवजात बच्चे का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई. ग्रामीणों ने बीती सुबह जंगल में हाथी के बच्चे को मृत पड़ा देखा और तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दी.

सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घटना की छानबीन शुरू कर दी. प्रथम दृष्टि में यह प्रतीत होता है कि जंगली हाथियों की झुंड ने नवजात हाथी को दबा दिया होगा, जिससे उसकी मौत हुई. हालांकि, वन विभाग के रेंजर नंदकिशोर महतो और उनकी टीम सभी पहलुओं की जांच कर रही है ताकि मौत के सही कारण का पता लगाया जा सके.

वन विभाग ने बताया कि मृत हाथी के बच्चे का पोस्टमार्टम किया जाएगा और जांच पूरी होने के बाद शव को जंगल में ही गड्ढा खोदकर दफन कर दिया जाएगा. इस घटना ने आसपास के ग्रामीणों को भी हैरान कर दिया है और लोग मृत हाथी को देखने के लिए जंगल की ओर उमड़ आए.

बताया जा रहा है कि जंगली हाथियों की झुंड पिछले कई वर्षों से इस क्षेत्र में विचरण कर रही है. हाल ही में ये झुंड लगातार गणेशपुर और आसपास के क्षेत्रों में भ्रमणशील थी. वन विभाग ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे हाथियों के मार्ग में प्रवेश न करें और झुंड को परेशान न करें, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके.

वन विभाग ने बताया कि इस घटना से सबक लेकर इलाके में जंगली जानवरों की निगरानी बढ़ाई जाएगी और ग्रामीणों को भी हाथियों के व्यवहार और सुरक्षित दूरी के बारे में जानकारी दी जाएगी. वन अधिकारियों का कहना है कि नवजात हाथियों की सुरक्षा के लिए जंगल में विशेष सावधानी की आवश्यकता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उपाय किए जाएंगे.

यह घटना लातेहार के जंगलों में जंगली हाथियों की सुरक्षा और ग्रामीणों की सतर्कता दोनों के लिए चेतावनी साबित हो रही है.